भोपाल। निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि वे न तो लोकसभा चुनाव लडेंगे और न ही दिल्ली की राजनीति करेंगे। बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में चुनिंदा पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा में उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति नहीं करूंगा और यहीं जिऊंगा, यहीं मरूंगा। उनके इस बयान के बाद यह माना जा रहा है कि विधानसभा में उनकी भूमिका नेता प्रतिपक्ष की होगी।
जीना-मरना मप्र के लिए
इससे पहले शिवराज ने कहा था कि वे जनता के लिए जिएंगे और जनता के लिए मरेंगे। काहे के लिए राजनीति से संन्यास लेंगे, अर्थी पर जब तक नहीं जाऊंगा तब तक जनता की सेवा करूंगा। उनका आदि, मध्य और अंत मध्यप्रदेश है। आजीवन मध्यप्रदेश की जनता की सेवा करते रहेंगे। कभी केंद्र की राजनीति में नहीं जाएंगे।