इंदौर। एक ऐसे गिरोह का एसटीएफ ने पर्दाफाश किया है, जो पाकिस्तानी एजेंटों के साथ मिलकर लोगों को तीन प्रतिशत का लालच देकर बैंक खाते खुलवाते, फिर उसमें फ्रॉड का पैसा जमा करवा देते। उक्त रकम में से अपना पैसा काटकर पाकिस्तानी एजेंटों द्वारा बताए खातों में ट्रांसफर कर देते हैं। गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सरगना का 18 दिसंबर तक रिमांड मिला है, जबकि बाकी को जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) इंदौर जितेंद्रसिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि सतना का छोटू सिंह इंदौर में रहकर अपने गिरोह के साथ लॉटरी और आॅनलाइन फ्रॉड का पैसा कमीशन पर लिए गए बैंक खातों में जमा कर धोखाधड़ी कर रहा है। इस सूचना के बाद मामले की जांच डीएसपी नितिन सिंह व डीएसपी डीके सिंह और उनकी टीम एएसआई अमित दीक्षित, ओम तिवारी व विजय चौहान को सौंपी गई थी। जांच में पाया कि छोटू सिंह अपने साथियों के साथ कई युवकों को प्रलोभन देकर कमीशन के लालच में बैंक खाता खुलवाकर दे रहे हैं। उन खातों में फ्रॉड का पैसा डालकर अपना कमीशन काटकर पाकिस्तानी एजेंटों द्वारा बताए गए अन्य खातों में ट्रांसफर कर रहे हैं। डीएसपी सिंह ने बताया कि जांच के दौरान वैभव सिंह निवासी विजयनगर का पता चला। उसने बताया कि उसके साथ दस लाख का बीमा व कमीशन का लालच देकर अकाउंट खुलवाया गया। इन लोगों ने उसका एटीएम कार्ड भी अपने पास रख लिया। इस सूचना के बाद एसटीएफ टीम ने पुष्पेंद्र सिंह उर्फ छोटू पिता अभिमान सिंह (27) निवासी ग्राम गजगांव पोस्ट- गढ़वाकलां तहसील कोटा जिला सतना, हाल मुकाम कल्प कामधेनुनगर भूसा मंडी वेलोसिटी के सामने मालवीय नगर, मनीष पिता कमल भालसे (23) निवासी वक्रतुंड नगर खजराना, भारगेंद्र सिंह पिता शालिगराम सिंह (28) निवासी हनुमान नगर नई बस्ती सतना, हाल मुकाम कल्प कामधेनुनगर, सुजीत सिंह पिता सुखलाल पटेल (22) निवासी रीवा, हाल मुकाम कृष्णबाग कॉलोनी, करण सिंह पिता शैलेंद्र सिंह (22) निवासी रामपुर बघेलान सतना, हाल मुकाम अनिल नगर बर्फानी धाम के पास और बृजेंद्र सिंह उर्फ बादल पिता इंद्रबहादूर सिंह (25) निवासी माधवगढ़ सरिया टोला सतना, हाल मुकाम मालवीय नगर खाटू श्याम मंदिर के पास को गिरफ्तार किया।
करोड़ों जमा करा चुका है सरगना पुष्पेंद्र
पुलिस अधीक्षक जितेंद्रसिंह ने बताया कि पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह का सदस्य पुष्पेंद्र है। उसने कबूला कि वह आठ सालों से कमीशन के लालच में पाकिस्तानी एजेंट बड़े मामू व छोटे मामू के संपर्क में था उनके दिशानिर्देश पर ही धोखाधड़ी कर रहा था। अब तक वे करोड़ों रुपए खातों में जमा करा चुके हैं। पाकिस्तानी एजेंट मोबाइल फोन एवं वॉट्सएप वाइस नोट के जरिए कमीशन पर लिए भारतीय बैंक खातों में पैसा डलवाते हैं।
एक साल में ठगी का आंकड़ा करोड़ों में
पुलिस अधीक्षक जितेंद्रसिंह ने बताया कि जांच में पता चला कि एक साल में आॅनलाइन फ्रॉड व ठगी का आंकड़ा बैंक खातों में आए रुपए के अनुमान से करोड़ों का है। पुष्पेन्द्र उर्फ छोटू सिंह एवं उसके साथी सीधे-साधे लोगों को 3 प्रतिशत कमीशन का लालच देकर खाते खुलवाते, फिर उनमें अपना मोबाइल लिंक करवा देते थे। ये हर रोज 50-100 बैंक खातों में पाकिस्तानी हैण्ड्लर्स के निर्देशानुसार लाखों रुपए ट्रांसफर करते हैं। पुष्पेंद्र को साउथ हुबली कर्नाटक में 2012 और सेमरिया थाना रीवा में 2015 में गिरμतार कर चुके हैं।
प्रेमिका से होगी पूछताछ
पुलिस को जांच में पता चला कि पुष्पेंद्र की एक प्रेमिका है, जो कॉल सेंटर में काम करती है। डीएसपी डीके सिंह ने बताया कि उसकी प्रेमिका से भी पूछताछ की जाएगी। पकड़े गए युवक इंजीनियरिंग के छात्र हैं। इनसे भी पूछताछ की जा रही है। आरोपियों को पकड़ने में एसटीएफ के एएसआई अमित दीक्षित, ओमप्रकाश तिवारी, विजय सिंह, टीसी केतले, आर. आशीष मिश्रा, विवेक द्विवेदी, शुभम कटारे, हेमंत, भूपेन्द्र गुप्ता एवं साइबर सेल के उपनिरीक्षक आमोदसिंह राठौर, रीना चौहान, पूजा मुवेल, प्रआर मनोज राठौड़, आर विवेक मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।