इंदौर । वकील को पांच करोड़ के लिए धमकाने वाले भय्यू महाराज के ड्राइवर सहित तीन युवकों को पुलिस ने पकड़ा था। पूछताछ में ड्राइवर कैलाश पाटिल ने कई बयान दिए थे, जिनकी पुलिस तस्दीक कर रही है। हालांकि महाराज को ब्लैकमेल करने को लेकर अभी तक पुलिस तक कोई भी शिकायत नहीं पहुंची है। पुलिस ने वकील को धमकाने के मामले में पाटिल व उसके दोनों साथियों से पूछताछ कर उनकी निशानदेही पर कार व मोबाइल सिम भी जब्त कर ली है। इसका उपयोग वकील को धमकाने व फिरौती मांगने के लिए किया गया था। वकील निवेश बड़जात्या से फोन पर बदमाशों ने पांच करोड़ की फिरौती मांगी थी। फिरौती नहीं देने पर परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी थी। इस पर पुलिस ने सुमित पिता राजकुमार चौधरी (23) नि. बालाबाई बाजार ग्वालियर हाल मुकाम स्कीम नं. 54, अनुराग पिता देवेन्द्र रोजिया (28) नि. विजयनगर और भय्यू महाराज के ड्राइवर कैलाश पिता किशन पाटिल (44) नि. ग्राम चिसपुर पोस डिडोरा तह. मोताड़ा बुलढाणा हालमुकाम स्कीम नं. 78 स्लाइस-3 ने पकड़ा था। एएसपी शैलेंद्रसिंह चौहान ने बताया इनकी निशानदेही पर कार और सिम जब्त की है। पुलिस पूछताछ में भय्यू महाराज के ड्राइवर कैलाश ने कई राज उगले हैं। पाटिल ने पुलिस को बताया कि जिस युवती को काम पर रखवाया था उसे महाराज ने कहा था कि तुम्हारा काम हो जाएगा, इसके लिए मैंने विनायक को बोल दिया है। सूत्र बताते हैं कि पाटिल से पूछताछ के बाद पुलिस विनायक की तलाश में भी जुटी है। पाटिल ने पूछताछ में एक लड़की का भी जिक्र किया है, जिससे महाराज के संपर्क थे। पाटील ने बताया कि महाराज के अपनों ने ही साजिश के तहत इस लड़की की आश्रम में एंट्री कराई थी। इसके साथ ही उसने आश्रम से जुड़े कई पदाधिकारियों के बारे में पुलिस को कई बातें बताई हैं। पुलिस कुछ पदाधिकारियों से पूछताछ कर चुकी हैं। इनमें से एक पदाधिकारी से फिर से पूछताछ की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ड्राइवर कैलाश के बयानों की तस्दीक की जा रही है। पुलिस को शंका है कि भय्यू महाराज की मौत के इतने महीनों बाद उसने यह बात क्यों बताई, कहीं वह अपने को बचाने के लिए कहानी तो नहीं रच रहा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो आश्रम के एक पदाधिकारी पर जांच चल रही है। जरूरत पड़ी तो उसकी गिरμतारी भी की जा सकती है।