20-04-2024 04:01:am
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को स्वाइन फ्लू , देर रात एम्स में भर्ती || जमीन से अंतरिक्ष तक मार करने वाली घातक सेना बना रहा चीन || शीला दीक्षित के कार्यक्रम में टाइटलर को पहली पंक्ति में बिठाने पर विवाद || भाजपा को सिर्फ 2977 लोगों ने दिया 20,000 से ज्यादा चंदा || गोवा में लगा आधी आबादी पर जुर्माना  || सत्यरूप सबसे कम उम्र के भारतीय, जिन्होंने 7 पर्वत शिखर, 7 ज्वालामुखी पर्वत फतह किए  || कारवां का खुलासा: एनएसए अजित डोभाल के बेटे की कंपनी टैक्स हेवन में || उप्र के डेम के कारण 48 घंटे बाद भी मध्यप्रदेश के चार गांव जलमग्न || फेडरर लगातार 20वें साल तीसरे दौर में, नडाल भी जीते || साइना नेहवाल , पी कश्यप और किदांबी श्रीकांत दूसरे दौर में || ‘भारत को टेस्ट क्रिकेट की महाशक्ति बनाना है’  || विजयनगर थाने के पास 17 करोड़ के विवाद ने ली जान, मचा हड़कंप || अमेरिका से भारत सालाना पांच अरब डॉलर का र्इंधन खरीदेगा  || मारुति बलेनो होगी लॉन्च, बुकिंग शुरू || सुप्रीम कोर्ट में जज बने जस्टिस खन्ना और जस्टिस माहेश्वरी || अखाड़ों के शाही स्नान के साथ महाकुंभ की शुरुआत  || खड़गे ने मोदी को लिखा पत्र, कहा- राव की नियुक्ति अवैध  || ब्रेक्जिट समझौते पर 29 मार्च को होगी वोटिंग  || अब राज शाह ने छोड़ा डोनाल्ड ट्रंप का साथ ||

भोपाल मध्यप्रदेश में कितने गिद्ध बचे हैं, यह नए साल 2019 में सामने आएगा। अगले माह 12 जनवरी को प्रदेश में एक साथ गिद्धों की गणना होगी। यह गणना पूरे प्रदेश में एक ही समय की जायेगी। संकलित जानकारी एवं आंकड़ों के आधार पर प्रदेश में गिद्ध आवास स्थलों के संरक्षण की रणनीति तैयार की जायेगी। विदित है कि प्रदेश व्यापी गिद्ध गणना जनवरी 2018 से शुरू हुई है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) आलोक कुमार ने बताया कि प्रदेश के 22 जिलों में 886 स्थानों पर गिद्ध आवास स्थल चिन्हित किये गये हैं। सबसे अधिक 94 स्थल छिन्दवाड़ा जिले में पाये गये हैं। दूसरे स्थान पर रायसेन है, जहां 80 गिद्ध स्थल और मंदसौर जिले में 78 आवास स्थल चिह्नित किये गये हैं। गिद्ध आवास स्थल वाले अन्य जिलों में भोपाल, सीहोर, विदिशा, छतरपुर, टीकमगढ़, भिंड, दतिया, इंदौर, देवास, शाजापुर, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, रीवा, सतना, सीधी, दमोह, सागर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, अशोकनगर, गुना, शिवपुरी व नीमच हैं। जिन जिलों में गिद्धों के आवास स्थल हैं, वहां वास्तविक गणना के कार्य में स्थानीय व्यक्ति और संस्थाएं भी शामिल हो सकते हैं।

प्रदेश में 7 तरह के गिद्ध

वन विहार की डायरेक्टर समिता राजौरा ने बताया कि गिद्ध गणना के लिए वन विहार में कंट्रोल रूम बनाया है। यहां प्रदेश भर में गिद्ध की गणना करने के बाद डाटा ऐप के माध्यम से भेजा जाएगा। प्रदेश में सात तरह के गिद्ध पाए जाते है। जिसमें 4 प्रदेश के हैं बाकी तीन प्रजाति के गिद्ध माइग्रेट होकर आते है। गिद्ध गणना में लगी टीम इस दौरान गिद्धों के घोसले का भी रिकॉर्ड तैयार करेंगे।

peoplessamachar
NEWS EXPRESS

0

 
एक और मरीज में स्वाइन फ्लू वायरस की पुष्टि || 845 वाहनों को चेक कर 35चालकों पर लगाया 21हजार रु. का जुर्माना || समयबद्ध तरीके से उपवास करें तो बढ़ती उम्र संबंधी बीमारियों से बच सकते हैं : अध्ययन  || कैबिनेट की मंजूरी:12 राज्यों में बनेंगे 13 केंद्रीय विवि || बावड़िया रेलवे क्रॉसिंग पर फंसे वाहन, 20 मिनट तक रोकनी पड़ी ट्रेन || चारा दिखाकर भी गाड़ी में चढ़ने को तैयार नहीं आवारा गायें, कई कर्मचारियों को सींग भी मारे || कार्ड रीडर अपडेट हो रहे ATM में फंस रहे नए कार्ड || कोई भी मतदाता, मतदाता सूची में शामिल होने से वंचित न रहे: शर्मा || रामास्वामी और जाफर के शतकों से विदर्भ मजबूत || 10वीं की छात्रा पर किए अश्लील कमेंट्स, पत्थर मारा, केस दर्ज || मास्टर ने कॉपी में नहीं बताया सही सबक, मिला नोटिस || दबोचे गए 2 तस्कर, किराए के मकान में भर रखा था गांजा || भोपाल बहुत खूबसूरत शहर है, हमें ही करनी होगी ब्रान्डिंग || ऋण भुगतान में असफल जेट एयरवेज को एतिहाद से आशा  || करंट से दौड़ने वाले रिक्शा का रूट तय करेगी सरकार || हाइवे पर कर रहे थे पुलिस बनकर वसूली सीएसपी को देखा तो कार छोड़ भागे ||
© Copyright 2016 By Peoples Samachar.