भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार में हुए करीब 30 हजार करोड़ के घोटालों की जांच के लिए जन आयोग गठित किया जाएगा। कैग की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि पिछली सरकार में किस तरह का गठजोड़ काम कर रहा था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार को तत्काल वित्त मंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल समिति बनाकर दोषी लोगों पर कार्रवाई करना चाहिए। उपक्रमों ने लगाया 5 हजार करोड़ से ज्यादा का चूना सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों 57 उपक्रमों के जरिए जहां सरकार को 3 हजार 672 करोड़ का चूना लगाया गया है, वहीं 25 सार्वजनिक उपक्रमों ने 187 करोड़ के लाभ पर 37.49 करोड़ का लाभांश घोषित नहीं किया, जबकि 120 करोड़ की सहायता अकार्यशील उपक्रमों पर कर दी गई और छग बंटवारे के बाद भी 36.98 करोड़ की राशि वसूली नहीं गई और विभिन्न मामलों में 45 करोड़ रुपए अतिरिक्त व्यय कर दिया गया। 6270 करोड़ रुपए टैक्स के नहीं वसूले वाणिज्यिक कर, राज्य उत्पाद शुल्क, वाहन कर, भू-राजस्व, स्टांप तथा पंजीयन फीस और खनन प्राप्तियों सहित जलकर आदि का 6 हजार 270 करोड़ की राशि वसूली नहीं गई। इस गड़बड़ी में टैक्स का कम निर्धारण, कम आरोपण और राजस्व हानि के कारण सरकार को 14 हजार 974 प्रकरणों में इतना चूना लगा है। कैग ने यह भी कहा है कि विभागों के पास लंबित बकाया राजस्व का कोई विश्वसनीय डाटाबेस या बकाया संग्रहण की निगरानी करने के लिए कोई तंत्र नहीं है, जिसके कारण यह नुकसान हुआ है।
खजाने को नुकसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा: कमलनाथ
कैग रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि पिछली सरकार में किस तरह का गठजोड़ काम कर रहा था। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में जिस तरह से पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल की वित्तीय अनियमितताएं व वित्तीय प्रबंधन की कमज़ोरियां उजागर हुई हैं, करोड़ों रुपए के नुकÞसान की बात सामने आई है। उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि पिछली सरकार में किस प्रकार का गठजोड़ काम कर रहा था। भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा था। सारे मामलों की जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाईकी जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से कह रही है कि पिछली सरकार में बड़ा भ्रष्टाचार का खेल खेला गया है। सरकार मामलों की जांच कराएगी। एक जन आयोग बनेगा, जिसे सारे मामले सौंपे जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि सरकारी ख़ज़ाने को नुकÞसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।