इंदौर। अब इंदौर में सीवरेज का गंदा पानी नहीं दिखेगा। 29 गांव इंदौर शहर में शामिल होने से सीवरेज पानी की समस्या सामने आई थी। शहर की 100 साल पुरानी सीवरेज लाइन में ढलान नहीं होने से 29 गांवों का पानी साफ नहीं हो पा रहा था। अब 5 नए ट्रीटमेंट प्लांट बनाकर इन्हें साफ किया जाएगा। पानी बाग- बगीचों और कपड़े धोने में इस्तेमाल हो सकेगा। इस ट्रीट पानी को खान नदी में छोड़ा जाएगा। इंदौर में 100 साल पुरानी ड्रेनेज लाइन है। कबीटखेड़ी ट्रीटमेंट प्लांट पर इस सीवरेज पानी को रसायन मिलाकर साफ किया जाता है। शहर में 29 गांवों को शामिल करने से सीवरेज का गंदा पानी साफ नहीं हो पा रहा था। इसके पीछे वजह बताई गई कि गांव के सीवरेज पानी का ढलान इंदौर की सीवरेज पाइप लाइन से मेल नहीं खा रहा था। गांव का गंदा पानी ढलान न होने के चलते ट्रीटमेंट प्लांट तक नहीं पहुंच पा रहा था। अब इस गंदे पानी को साफ करने के लिए शहर में 5 नए ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं। 183 करोड़ की लागत से बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में 55 एमएलडी पानी साफ किया जाएगा।