मेलबोर्न। विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी स्पेन के राफेल नडाल, तीसरे नंबर के स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर और पूर्व नंबर एक महिला खिलाड़ी रूस की मारिया शारापोवा ने वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम अॉस्ट्रेलियन ओपन में विजयी शुरुआत करते हुए सोमवार को दूसरे दौर में जगह बना ली जबकि संभवत: अपना आखिरी मैच खेल रहे ब्रिटेन के एंडी मरे पहले ही दौर में बाहर हो गए। गत वर्ष पैर में चोट के कारण 2018 सत्र में खराब फार्म से जूझते रहे 17 बार के ग्रैंड स्लेम चैंपियन नडाल ने पुरुष एकल के पहले दौर में आॅस्ट्रेलिया के वाइल्ड कार्ड जेम्स डकवर्थ को 6-4, 6-3, 7-5 से पराजित किया। वर्ष 2009 के आॅस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन नडाल ने कहा,‘‘ कई महीने के बाद वापसी करना मुश्किल था खासकर ऐसे खिलाड़ी के खिलाफ जो हर अंक पर आक्रामक खेल रहा हो। दूसरी सीड स्पेनिश खिलाड़ी ओपन युग में पहले और ओवरआॅल तीसरे खिलाड़ी बनने की राह पर हैं जिन्होंने हर ग्रैंड स्लेम दो या उससे अधिक बार जीता है। उनसे आगे अभी अॉस्ट्रेलिया के रॉय एमरसन और रॉड लेवर के नाम यह उपलब्धि है। नडाल का दूसरे दौर में आॅस्ट्रेलिया के मैयू एबडेन से मुकाबला होगा। 20 ग्रैंड स्लेम जीत चुके और गत चैंपियन फेडरर फेडरर ने टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत करते हुये उज्बेकिस्तान के डेनिस इस्तोमिन को लगातार सेटों में 6-3, 6-4, 6-4 से पराजित किया। स्विस मास्टर ने यह मुकाबला लगभग दो घंटे में जीता। फेडरर के सामने दूसरे दौर में ब्रिटिश क्वालिफायर डेनियल इवांस की चुनौती होगी।
जीत पर शारा ने खुशी जताई
चोट से परेशान मरे ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही संकेत दिया था कि वह संन्यास ले सकते हैं और आॅस्ट्रेलियन ओपन में उनकी चुनौती पहले ही दौर में टूट गयी। मरे को स्पेन के रॉबर्टाे बतिस्ता अगुत ने चार घंटे नौ मिनट तक चले मैराथन मुकाबले में 6-4, 6-4, 6-7, 6-7, 6-2 से हराया। मरे ने पहले दो सेट हारने के बाद वापसी करते हुए अगले दो सेट जीते लेकिन निर्णायक सेट में अगुत ने उनकी उम्मीदों को तोड़ दिया। पांचवीं सीड दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन ने एड्रियन मनारियो के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया और 6-3, 5-7, 6-2, 6-1 से जीत दर्ज की। छठी सीड क्रोएशिया के मारिन सिलिच ने आॅस्ट्रेलिया के बर्नार्ड टॉमिक को दो घंटे तीन मिनट में 6-2, 6-4, 7-6 से हराया। महिलाओं में वर्ष 2008 की चैंपियन शारापोवा ने ब्रिटेन की हैरियट डार्ट को लगातार सेटों 6-0, 6-0 से हराकर अपनी पुरानी फार्म की वापसी के संकेत दिए। वर्ष 2017 में डोपिंग बैन झेल चुकीं शारापोवा फिलहाल रैंकिंग में काफी पिछड़ चुकी हैं। अपने कॅरियर के 15वें आॅस्ट्रेलियन ओपन में खेल रहीं और तीन बार की फाइनलिस्ट शारापोवा ने आसान जीत पर खुशी जताई।