मुंबई। जोरदार बिकवाली और मुख्य ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से मंगलवार को शेयर बाजार में जोरदार तेजी दर्ज की गई। निफ्टी भी 10,850 के ऊपर बंद हुआ। बीएसई का 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 464.77 अंक (1.30%) की तेजी के साथ 36,318.33 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 कंपनियों के शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 149.20 अंकों (1.39%) की मजबूती के साथ 10,886.80 पर बंद हुआ। चीन द्वारा अर्थव्यवस्था की सुस्ती दूर करने के लिए उपाय करने का संकेत देने के बाद एशियाई शेयर बाजारों में तेजी देखी गई। हालात यह रहा कि एनएसई पर 47 कंपनियों के शेयर हरे निशान पर बंद हुए। यस बैंक, विप्रो, इन्फोसिस, टीसीएस और जी एंटरटेनमेंट के शेयरों में 2-4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। वहीं, भारती एयरटेल, पॉवरग्रिड, भारती इंफ्राटेल, मारुति सुजुकी और एनटीपीसी के शेयरों में 0.15-1.10 फीसदी की गिरावट देखी गई। आइए जानते हैं, वे कौन से कारक हैं, जिनके वजह से बाजार में जोरदार तेजी देखी गई।
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
दिसं बर 2018 में खुदरा महंगाई दर 18 महीने के निचले स्तर 2.19 फीसदी पर रहने से बाजार की धारणा मजबूत रही। महंगाई घटने से अगले महीने भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में मुख्य ब्याज दर में कटौती की संभावना बढ़ गई है।
मजबूत वैश्विक संकेत-
सोमवार को यूरोप और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों के प्रतिकूल प्रभावों से उबरने की वजह से एशियाई शेयर बाजार में तेजी का रुख देखा गया। हांग सेंग, निक्केई और शंघाई में सुबह के कारोबार में 1.50 फीसदी तक की तेजी दर्ज की गई। ब्लूचिप शेयरों में खरीदी-चुनिंदा ब्लूचिप कंपनियों के शेयरों में जोरदार लिवाली देखी गई। यस बैंक के शेयर चार फीसदी उछलकर 203.90 रुपये पर पहुंच गए, जबकि इन्फोसिस और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में दो फीसदी की तेजी देखी गई।
घरेलू निवेशकों ने किया निवेश-
घरेलू संस्थागत निवेशकों द्वारा सतत लिवाली ने बाजार की धारणा को और मजबूती दी। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 732.46 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की थी तो घरेलू ने 527.49 करोड़ रुपये के शेयरों की लिवाली की।