भोपाल। विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान पर दांव लगाने वाले कई कारोबारी अब संकट में हैं। इन लोगों ने बगैर एडवांस लिए भाजपा के लिए चुनाव में काम किया था, लेकिन सरकार बनी नहीं। अब इन लोगों के करोड़ों रुपए फंस गए हैं। उधारी की वसूली के लिए अब ये कारोबारी भाजपा नेताओं और पार्टी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। मप्र में शिवराज के नेतृत्व में चौथी बार सरकार बनाने के लिए कई कारोबारियों ने चुनाव के दौरान भाजपा के लिए उधारी पर काम किया। इन कारोबारियों को भरोसा था कि भाजपा की सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता। उधारी तो चुनाव जीतने के बाद भी मिल जाएगी। इस दौरान भाजपा नेताओं ने जो चाहा, कारोबारियोंने वह सब किया। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव में इन कारोबारियों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह समेत भाजपा के स्टार प्रचारकों और उम्मीदवारों की बं्राडिंग की। ब्रॉडिंग और नेताआें के प्रचार, प्रसार, बैनर प्रिंटिंग की करीब 80 करोड़ रुपए बकाया है। इसके अलावा टेÑवल्स और टेंट के करोड़ों रुपए की उधारी भाजपा पर है। सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार का बिल भी बकाया है। भाजपा नेताओं दौरे, कार्यक्रम और जनसभाओं को लेकर रोजाना चार से पांच लाख एसएमएस किए जाते थे। साथ ही चुनावी सामग्री को भी कई करोड़ों रुपए बकाया है।