नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लि.) से 8 सुखोई 30 एमकेआई लड़ाकू विमान खरीदने पर विचार कर रही है। एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि इनकी कुल कीमत 3 हजार करोड़ रुपए होगी। अभी योजना पहले चरण में है और एचएएल को नए विमानों के लिए आर्डर देने पर विचार चल रहा है। एयरफोर्स के एक अधिकारी का कहना है कि हादसों में हमारे कई विमान क्रैश हो चुके हैं। नए विमानों से उनकी क्षतिपूर्ति की जाएगी।
2021-22 तक होंगे 13.5 स्क्वाड्रन
.सूत्रों का कहना है कि 2021-22 तक वायुसेना के पास लड़ाकू विमानों के 13.5 स्क्वाड्रन होंगे। इनमें से कुछ को रिजर्व रखा जाएगा। वायुसेना के पास अभी उच्च तकनीक से लैस हैवीवेट लड़ाकू विमानों के 12 स्क्वाड्रन हैं।
272 सुखोई 30 एमकेआई रूस से खरीदेगा भारत
एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि वायुसेना 272 सुखोई 30 एमकेआई विमान रूस से खरीदने जा रही है। ये कई चरणों में वायुसेना को मिलेंगे। ये विमान मिग-21, मिग-27, मिग-23, मिग-29 और जगुआर की जगह लेंगे।
मीडिया में 40 विमान खरीदने की थी खबर
एयरफोर्स के एक अधिकारी ने बताया कि मीडिया की कुछ रिपोर्ट में कहा जा रहा था कि एचएएल ने वायुसेना को 40 विमान बेचने की पेशकश की है। ये अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे। लेकिन, फिलहाल वायु सेना 8 विमानों के लिए ही आर्डर देने की योजना बना रही है।
राफेल के होंगे 2 स्क्वाड्रन
सरकार ने वायुसेना में जो 42 स्क्वाड्रन मंजूर किए हैं, उनमें 2 राफेल लड़ाकू विमानों के हैं। सरकार की योजना है कि 114 लड़ाकू विमानों को वायुसेना में शामिल किया जाए, जिससे इनकी कमी पूरी हो सके।