ग्वालियर। पंचकल्याणक महोत्सव में अंतिम दिन सोमवार को जीवायएमसी मैदान में पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक मनाया गया। इसमें दिखाया गया कि पार्श्वनाथ प्रात:कालीन बेला में मोक्ष गए। इसके साथ ही 6 दिवसीय महा महोत्सव में जाप्य, मंत्र अनुष्ठान द्वारा एक पत्थर की प्रतिमा भगवान बन गई। जैसे ही पार्श्वनाथ को मोक्ष हुआ, पंडाल भगवान के जयकारों से गूंज गया। लोग भगवान के दर्शन पाने को आतुर थे। आयोजन स्थल से सभी प्रतिमाएं वाहन द्वारा मंत्रों का जाप करते हुए तिघरा जैन मंदिर ले जायी गर्इं, जहां प्रतिष्ठाचार्य पं. अभिनंदन शास्त्री एवं पं. संजय शास्त्री के मार्गदर्शन में प्रतिमा नवनिर्मित वेदी पर विराजित की गई। इन्होंने किया प्रतिमा को विराजमान मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा प्रदीप चौधरी लेकर गए। सिंहासन पर सुबोध जैन ने विराजित किया। वेदी में भगवान के पीछे भामंडल शारदा जैन लगाया। मुख्य घंटा ओमप्रकाश जैन, बीना जैन, अरविंद जैन, रेखा जैन ने लगाया। मंदिर के शिखर पर स्वर्ण ध्वज प्रदीप जैन ने लगाया। नवीन मंदिर का उद्घाटन राहुल जैन कटक ने किया।