भोपाल। अगर आप भोपाल एक्सप्रेस में सफर करने जा रहे हैं, तो यह खबर आपको सचेत करने वाली है। इस ट्रेन के एसी कोच में भी यात्रियों के बैग सुरक्षित नहीं हैं। निजामुद्दीन से भोपाल के बीच यात्रा करने वाले एक यात्री के साथ ऐसा ही हुआ। उनके दो बैग चूहों ने कुतर दिए। भोपाल के यात्री सौरभ कुमार ने जब इसकी शिकायत रेलवे के अफसरों से की, तो वे बार-बार उनका पीएनआर और कोच नंबर पूछते रहे। कभी शान-ए-भोपाल कहलाने वाली हबीबगंज-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस अब भोपाल की शान में बट्टा लगा रही है। यह सब हो रहा है रेलवे के अफसरों की लापरवाही से। यात्री सौरभ कुमार ने बताया कि उन्होंने हजरत निजामुद्दीन से भोपाल के लिए टिकट बुक किया था। 19 जनवरी की रात जब वे यात्रा कर भोपाल पहुंचे, तो देखा कि चूहों ने उनके दो बैग कुतर दिए थे। इसकी शिकायत उन्होंने ट्विटर हैंडल के जरिए रेलमंत्री पीयूष गोयल के अलावा डीआरएम, भोपाल शोभन चौधुरी और आईआरसीटीसी को की थी। करीब 20 मिनट बाद डीआरएम, भोपाल ने जवाब दिया कि मामला मैकेनिकल विभाग को भेज दिया गया है। सौरभ ने उनसे संबंधित अधिकारी का नाम और नंबर पूछा, लेकिन नंबर उपलब्ध नहीं कराया गया। इसके बाद उनसे पीएनआर और कोच नंबर पूछा गया। सौरभ ने टिकट का फोटो शेयर किया, जिसमें साफ तौर पर पीएनआर नंबर 2352387526 नजर आ रहा था। इसके बाद जब सीएंडडब्ल्यू कंट्रोल, भोपाल ने सौरभ को बताया कि प्राइमरी मेंटेनेंस डिपो, हबीबगंज को मामले की जानकारी दी गई है। इसके बाद उनसे दोबारा पीएनआर नंबर और कोच नंबर पूछा गया।
सास ने बैग में रखी थी बड़ी, चूहे खा गए
भोपाल एक्सप्रेस में यात्रा के दौरान सिर्फ सौरभ कुमार के ही बैग चूहों ने नहीं कुतरे, रेलवे के अधिकारी- कर्मचारी भी इस परेशानी का सामना कर चुके हैं। जोन मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों वह बिलासपुर अपने ससुराल गए थे। लौटते समय उनकी सासू मां ने बैग में सोया बड़ी रखकर दी थी। उन्होंने बताया कि जब वह जबलपुर स्टेशन पर उतरे और बड़ी वाला थैला देखा, तो चूहे आधे से ज्यादा बड़ी चट कर गए थे।
डैमेज सीट से यात्री को बैक पेन की शिकायत
इसी तरह भोपाल से जबलपुर के बीच चलने वाली एक अन्य ट्रेन से यात्रा करने वाले राहुल मिश्रा ने अपना पीएनआर नंबर 8214732469 बताते हुए रेलवे अधिकारियों को शिकायत की। राहुल ने लिखा कि ट्रेन की डैमेज सीट के कारण उनकी पीठ में दर्द शुरू हो गया है। उन्होंने टूटी हुई सीट का फोटो भी रेलवे अधिकारियों को भेजा। इसके जवाब में डीआरएम जबलपुर, डीआरएम भोपाल, सीएंडडब्ल्यू कंट्रोल, भोपाल ने यही जवाब दिया कि मामला जानकारी में है और संबंधित अधिकारियों को इसे फॉरवर्ड कर दिया गया है।