भोपाल। प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू होने का सरकार को इतना भय था कि एक से छह अक्टूबर के बीच 7 बड़ी सड़कों सहित 143 पुल-पुलियों के आनन-फानन में करोड़ों के टेंडर किए गए थे। यह मामला पीपुल्स समाचार से प्राथमिकता से उठाया था। चुनाव के पश्चात सरकार बदली तो अब मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने 1 से 6 अक्टूबर के बीच किए गए सभी विभागों द्वारा टेंडर की रिपोर्ट तलब की है। लोक निर्माण विभाग ने जो रिपोर्ट सीएस को भेजी है, उसमें लगभग 200 करोड़ के टेंडर होने का उल्लेख किया है। खासकर यह टेंडर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा पूर्व लोनिवि मंत्री रामपाल सिंह के गृह जिलों में किए गए थे। प्रदेश में विधानसभा चुनावों की आचार संहिता लागू होने से पहले जल संसाधन विभाग, लोक निर्माण विभाग, पीएचई विभाग सहित एनवीडीए और नगरीय प्रशासन ने 1 से 6 अक्टूबर के बीच आनन-फानन में लगभग 2 हजार करोड़ से अधिक के टेंडर किए थे।
बुधनी, विदिशा की जानकारी छुपाई
यह मामला पीपुल्स समाचार ने 7 अक्टूबर 2018 को उठाया था। विधानसभा चुनाव बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी और सीएस के रूप में एसआर मोहंती को नियुक्त किया गया। नए सीएस ने आते ही संबंधित विभाग द्वारा एक से छह अक्टूबर के बीच किए गए टेंडरों को रिपोर्ट तलब की, मगर विभागों ने जो रिपोर्ट सीएस को भेजी है, वह गोलमोल रिपोर्ट है। खासकर इसलिए भी, क्योंकि लोक निर्माण विभाग ने जो रिपोर्ट दी है, उसमें लगभग 200 करोड़ के टेंडर होने की बात स्वीकारी है। जो टेंडर किए गए थे उनमें बुधनी, सीहोर, रायसेन तथा विदिशा जिले में किए गए टेंडरों का उल्लेख किया है। यह टेंडर पूर्व मुख्यमंत्री के गृह जिले और लोनिवि मंत्री रामपाल सिंह के गृह जिलें से संबंधित है। अन्य विभागों की टेंडरों की जानकारी नहीं मिल सकी थीं।