ग्वालियर। जीवाजी विवि में सफाई व्यवस्था ठेके पर है। मैसर्स सक्सैना ट्रेडिंग कंपनी ने साफसफाई के लिए 28 से अधिक कर्मचारी लगा रखे हैं। सुरक्षा एजेंसी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष की मानें तो जेयू में लगे सफाई कर्मचारियों का शोषण हो रहा है, उन्हें ईपीएफ व ईएसआई का लाभ नहीं दिया जा रहा है। संघ के अध्यक्ष का कहना है कि जेयू से सूचना का अधिकार के तहत जानकारी मिली है कि जेयू में सफाई कार्य में लगे कर्मचारियों को ईपीएफ व ईएसआई लाभ नहीं दिया जा रहा है और न्यूनतम वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। इसे लेकर श्रमायुक्त और हरिजन आयोग में मैसर्स सक्सैना ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ शिकायत की जाएगी। अध्यक्ष की मानें तो न्यूनतम वेतन अधिनियम 1948 के तहत कोई श्रमिक 4 घंटे से अधिक कार्य करता है तो उसे न्यूनतम वेतन का भुगतान कराना नियोजक की जिम्मेदारी है। उधर कंपनी के दीपक सक्सैना का कहना है विवि में 28 सफाई कर्मचारी व एक सुपरवाइजर है, जिनका ईपीएफईएसआई का लाभ दिया जा रहा है।