भोपाल। सदर मंजिल से नगर निगम मुख्यालय शिफ्ट होने से निगम के कार्यालय शहर भर में बिखर गए हैं। हालात ये हैं कि बिल्डिंग परमिशन, स्वास्थ्य, जन्म-मृत्यु जैसे विभाग अलग- अलग दिशाओं में अलग-अलग बिल्डिंग्स में लग रहे हैं। इससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। इधर, सभी विभागों को एक जगह लाने के लिए निगम मुख्यालय भवन पांच साल से महज कागजों में सफर कर रहा है। प्रोजेक्ट साइट फाइनल होने और डीपीआर बनने के बाद भी इसकी नींव नहीं रखी जा सकी है। निगम मुख्यालय का सर्वसुविधा युक्त भवन बनाने की कवायद एक दशक से जारी है। सदर मंजिल जर्जर होने से 2015 में निगम मुख्यालय माता मंदिर स्थित हर्षवर्धन कॉम्पलेक्स में शिफ्ट किया गया था। यहां कम जगह की वजह से एक दर्जन कार्यालयों को निगम ने शहर में अलग-अलग जगह अपनी बिल्डिंग्स में लगाया। इस कारण लोगों को कामों के लिए अलग-अलग जगह जाना पड़ता है।
मामला अदालत पहुंचा
2013 में माता मंदिर स्थित पीएचई की 10 एकड़ जमीन पर 20 मंजिला निगम मुख्यालय भवन का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया। 2014 में निगम ने पीएचई के दफ्तरों पर बुल्डोजर चला दिया। पीएचई ने इस पर अपना हक जताया। मामला कोर्ट पहुंच गया।