भोपाल। टाइम लिमिट की सोमवार को हुई बैठक में कलेक्टर डॉ. सुदाम पी खाडे ने कहा कि मीजल्स-रूबेला टीकाकरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने डीईओ से कहा कि स्कूलों में बच्चों को टीके लगाने का काम शत-प्रतिशत नहीं किया जा रहा है। जिन स्कूलों के संचालक अभियान में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई करें। उन्होंने डीईओ को फटकार लगाते हुए कहा कि सभी स्कूलों के बच्चों का टीकाकरण होना है। स्कूलों को हिदायत दें कि वे यह कार्य कराएं। 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण जरूरी है। डीईओ ने कहा कि अभिभावक टीका नहीं लगवाना चाहते हैं, उन्हें डर है कि कहीं वे बीमार न पड़ जाएं। परीक्षा नजदीक है। इस पर कलेक्टर ने कहा कि उन्हें स्कूल प्राचार्य समझाइश दें। बैठक में सीईओ जिला पंचायत हरजिंदर सिंह, अपर कलेक्टर संतोष वर्मा, दिशा नागवंशी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
पहले रोजाना डेढ़ सौ मवेशी पकड़े जा रहे थे, अब संख्या घट क्यों गई
कलेक्टर ने आवारा मवेशियों को पकड़ने की मुहिम धीमी पड़ने पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों से कहा कि पहले एक दिन में 150 तक मवेशियों को पकड़ा जा रहा था, अब यह संख्या 20 -30 पर क्यों पहुंच गई है। उन्होंने इसमें तेजी लाने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि गोशालाओं में 1250 पशुओं को रखने की जगह है, लेकिन अब तक 600 ही पकड़े गए हैं। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया को निर्देशित किया कि सभी पात्र किसानों का पंजीयन निर्धारित केन्द्रों पर कराया जाए। फॉर्म सही ढंग से भरे जाएं, ताकि उपार्जन के बाद भुगतान के समय किसानों को समस्या का सामना न करना पड़े।