भोपाल। बागसेवनिया थानांतर्गत विद्यानगर स्थित बीडीए के एक बंद फ्लैट में दीवान के भीतर में मिला शव महिला का निकला। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। करीब साठ वर्ष उम्र वाली इस महिला की मौत चार से छह महीने पहले होना बताई गई है। फ्लैट में रहने वाली महिला के बारे में पता चला है कि वह ग्वालियर के लश्कर की रहने वाली थी, लेकिन बेटे के बारे में पता नहीं चल पाया है। महिला का शव दीवान के अंदर दर्जन भर से ज्यादा रजाई-गद्दों और कंबल के बीच छिपाया गया था। एसडीओपी मिसरोद दिशेष अग्रवाल के मुताबिक ग्वालियर निवासी बृजमोहन मप्र राज्य सड़क परिवहन निगम में नौकरी करते थे। उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी विमला श्रीवास्तव को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी, लेकिन निगम बंद होने पर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई थी। विमला बेटे अमित के साथ बीडीए के फ्लैट नंबर 5/24 ब्लॉक नंबर पांच, विद्यानगर में रहती थी। कुछ साल पहले उन्हें पैरालासिस हो गया था। पिछले साल अमित ने फ्लैट नेहरू नगर निवासी होटल व्यवसायी रामवीर सिंह राजपूत को बेच दिया था। लेकिन पजेशन नहीं मिला था। रविवार को रामवीर ने जब फ्लैट का ताला तोड़ा तो दीवान के अंदर शव बरामद मिला।
अमित से मिलने वालों की तलाश : पुलिस अमित की तलाश कर रही है। पुलिस ने उसके एक परिचित युवक से संपर्क किया था, लेकिन खास जानकारी नहीं दे पाया है। अमित का पुराना मोबाइल नंबर पुलिस मिला है। जो टीकमगढ़ में चालू है, जो एक महीने इश्यू हुआ है।
तलाशी में मिले जरूरी दस्तावेज
सोमवार को पुलिस ने फ्लैट की तलाश ली तो विमला का वोटर कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और नए गैस कनेक्शन का आवेदन मिला। पासबुक में वर्ष 2012 के बाद एंट्री नहीं कराई गई, जबकि गैस कनेक्शन का फार्म भी इसी साल भरा गया था। इस पर अमित का फोटो लगा है। फ्लैट से भांग की गोलियां और रैपर मिले हैं
शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान
सोमवार को एम्स अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया। शार्ट पीएम रिपोर्ट पुलिस को मिल गई है। इसमें डॉक्टरों ने उक्त शव महिला का होने की पुष्टि कर दी है। मृतका की उम्र पचपन से साठ वर्ष के बीच बताई गई है और उसकी मौत चार से छह महीने पहले होना बताया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतका के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। उसकी मौत किन कारणों से हुई थी, इसका खुलासा बिसरा जांच और डीएनए रिपोर्ट मिलने के बाद हो पाएगी। बरामद हुआ शव विमला श्रीवास्तव का था अथवा नहीं, इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है।
ग्वालियर में ही मिली भतीजे की जानकारी
मृतका अगर विमला श्रीवास्तव ही हैं तो ग्वालियर के दौलतगंज में उनके एक भतीजे सुरेंद्र श्रीवास्तव का पता चला है। पुलिस ने सुरेंद्र से संपर्क किया है, लेकिन उनका कहना था कि कई वर्षों से उनका विमला से कोई संपर्क नहीं है। उन्हें बेटे अमित के बारे में भी कोई जानकारी है। भोपाल में विमला के किसी रिश्तेदार के बारे में कोई पता नहीं चल पाया है। मामले की जांच कर रहे एएसआई जीपी जोशी ने बताया कि मंगलवार को पुलिस शव को दफनाएगी।
विमला की बेटी की कई साल पहले हो चुकी है मौत
विमला पहले नारायण नगर समेत कई अन्य जगह किराए से रही। एक पुराने मकान से पता चला कि उनकी भारती नाम की बेटी थी, जिसकी कई साल पहले मौत हो चुकी है। अमित के बारे में पता चला कि वह पहले अच्छा था और काम भी करता था। नौकरी छोड़ने के बाद वह डिप्रेशन में चला गया। वह मां के साथ मारपीट करता था और किसीसे मिलने नहीं देता था। छह महीने पहले विमला से मिलने वाली कुछ महिलाओं ने हालचाल पूछने के प्रयास किया था, लेकिन दरवाजा नहीं खोला था।